कल जायके नाल चवाा चावड़<ref>छेड़खानी</ref> सनूं भड भडार कढायो वे अज आन वड़यों जिन वांग वेहड़े वैर फल दा आन जगायो वे जदों आ वड़यो विच चूहड़यां दे किनां शामतां<ref>विपता</ref> आन फहायो वे वारस शाह रजा दे कम वेखो अज रब्ब ने ठीक कुटायो वे