भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
बेटी की चिन्ता में माँ / संध्या रंगारी
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 21:07, 12 दिसम्बर 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKAnooditRachna |रचनाकार=संध्या रंगारी |संग्रह= }} Category:मराठी भाषा {{KKCatKavi…)
|
छह वर्ष की मेरी बेटी
स्कूली बस्ते का बोझ पीठ पर सँभालते हुए
जब आती है,
स्कूल से लौटकर घर
उतार लेती हूँ मैं उसका बोझ
पर डर जाती हूँ मैं
कि देर-सवेर जब वह जाएगी ससुराल
और वहाँ से आएगी चार दिनों के लिए मैके
तब उसकी पीठ पर लदे
दुख का बोझ भी
मैं उतार पाऊँगी क्या ?
मूल मराठी से सूर्यनारायण रणसुभे द्वारा अनूदित