भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
एक नए घमासान में / नारायण सुर्वे
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 21:00, 15 दिसम्बर 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKAnooditRachna |रचनाकार=नारायण सुर्वे |संग्रह= }} Category:मराठी भाषा {{KKCatKavi…)
|
यह मेरा भी देश; और ये बौने-बौने लोग
मूल मराठी से निशिकांत ठकार द्वारा अनूदित