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मन री मुराद / भंवर भादाणी

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म्हारी
आ मन री मुराद
कै-सबद
चमकै
सूरज दांई,
लालचुट हुवै
जळते खीरा दांई,
खून दौड़े
रगत में
हर सबद रै,
खुभै
भाले दांई
अर
विष-बाण बणै
बैरयां खातर ।