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आगामी दिन / मनमोहन

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आगामी दिन
काग़ज़ की कमी के दिन होंगे

तंबाकू या तेल या
प्याज उन दिनों कोई नहीं
माँगेगा

आप नहीं चकराएँ ग़र
अपनी ही क़लम आपको
बिना लायसेंस की बंदूक की तरह
डराए

उत्पादन बढ़ता मिलेगा
और सभी लोग मुस्कुराते मिलेंगे

क्योंकि सब कुछ ठीक-ठाक
हो जाएगा
आगामी दिनों में

(सितम्बर / अक्तूबर 1980)