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न्याय-अन्याय / केदारनाथ अग्रवाल
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न्याय
मिले, न मिले
अन्याय तो
अवश्य मिलेगा
उलटफेर से, चलती अदालत में।
रचनाकाल: ०१-०९-१९७१