भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
परिवार / ओम पुरोहित कागद
Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 16:34, 15 जनवरी 2011 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=ओम पुरोहित कागद |संग्रह=कुचरणी / ओम पुरोहित ‘काग…)
गुड़ री डळी
जिकी रै बा‘र कर
माख्यां दांई
मिनख भिणकै !
जूनो जुखाम
जिकै फेर
मिनख सिणकै ई
सिणकै !