Last modified on 2 फ़रवरी 2011, at 04:12

मन थरपै / ओम पुरोहित कागद

Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 04:12, 2 फ़रवरी 2011 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=ओम पुरोहित कागद |संग्रह=आंख भर चितराम (मूल) / ओम प…)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

मन थरपै देव-कुदेव
भय-भूत
सांवटै बिगसावै गना
थापै-थरपै आस
आस री आस खूंटै
सांसां रा
आरोह-अवरोह
मन रो अथाह मोह
नीं नीवड़ै
भव में।