जूण जातरा
भेळप में सधै
पूगै ठोड़
जका भेळा बधै।
नस
निजर सूं
पेट खाथो
टाळै टोळी सूं।
जग में पग
हळवा-हळवा उठै
पण भाजै मन
जद
हरियाळा सुपना
हुवै साम्हीं।
जूण जातरा
भेळप में सधै
पूगै ठोड़
जका भेळा बधै।
नस
निजर सूं
पेट खाथो
टाळै टोळी सूं।
जग में पग
हळवा-हळवा उठै
पण भाजै मन
जद
हरियाळा सुपना
हुवै साम्हीं।