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मौसम / लीलाधर जगूड़ी
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जितने बादल उमड़ेंगे आसमान में
उतनी घास उमगेगी ज़मीन से
दोनों के ही उद्दण्ड मौसम
अतिथियों की तरह जाते हैं कृत-कृत्य होकर ।