Last modified on 20 फ़रवरी 2011, at 03:31

जेठ-असाढ रो तावड़ो / सांवर दइया

Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 03:31, 20 फ़रवरी 2011 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= सांवर दइया |संग्रह=मन-गत / सांवर दइया }} [[Category:मूल र…)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

निसरमो सूरज
बादळां रा पूर-पल्ला
नाख’र
उघाड़ो हुय’र
जोर-जोर सूं हंसण लाग्यो
सड़कां माथै डाम्बर
पिघळण लाग्यो ।