भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
राजकुमारी-3 / नीरज दइया
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 21:42, 4 मार्च 2011 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=नीरज दइया |संग्रह= }} {{KKCatKavita}} <Poem> जिस किसी से हुआ हो …)
जिस किसी से हुआ हो प्रेम
यदि वह प्रेम है
तो क्या कम होती है वह-
किसी राजकुमारी से ?