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खण्डहर / चन्द्रकुंवर बर्त्वाल
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खण्डहर
(पारिवारिक स्थिति का चित्रण)
मातायें शिशुओ को अपनी गोदी में भर
खड़ी देखती रहती पथ की शोभा सुन्दर।
जाता उत्सव जब जब मधुर मुरलिया बजा कर
सांसे भरता है पृथ्वी पर खड़ा खंड़हर
(खण्डहर कविता का अंश)