Last modified on 28 मार्च 2011, at 18:54

वसंत और तुम / आलोक श्रीवास्तव-२

Pratishtha (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 18:54, 28 मार्च 2011 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

 
दिशाओं पर
झुका हुआ एक मुख
निहार रहा है
पृथ्वी के एक फूल को
अति प्राचीन
रोमानी शैली में अधोमुख
फूल, एकटक देखे जा रहा है
अपने निहारने वाले को

दिशाओं पर
अभिभूत वह वसंत है
और
वह फूल ?