गेंदे के फूल खिले
खिले फूल गेंदे के ।
टूसे थे पात हुए
जन-जन के हाथ हुए
अपनी तो पूंजी है
इतनी-सी, ले-दे के ।
जो भी थे सह सवार
मौसम के खुशगवार
निकले बे पेंदे के ।
गेंदे के फूल खिले
खिले फूल गेंदे के ।
टूसे थे पात हुए
जन-जन के हाथ हुए
अपनी तो पूंजी है
इतनी-सी, ले-दे के ।
जो भी थे सह सवार
मौसम के खुशगवार
निकले बे पेंदे के ।