Last modified on 13 अप्रैल 2011, at 21:25

हड्डियों का पुल है / देवेन्द्र कुमार

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 21:25, 13 अप्रैल 2011 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

हडि्डयों का पुल है
शिराओं की नदी है
इस सदी से भी अलग
कोई सदी है

आज की कविता
अंधेरे की व्यथा है
फूली है मटर लाल-लाल
पियराई सरसों के बीच से
उठे कुछ नए सवाल