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जैसे कोई जाल था / विमल कुमार

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क्या कहीं नहीं था
वह प्रेम
सिर्फ एक
ख़याल था ?

पता नहीं कैसा था
उसका रंग
हरा था
नीला था
लाल था ?

भाव था वह केवल
या उसका भी
दिक्-काल था
मछुआरों ने फेंका
जीवन की नदी में
जैसे एक जाल था !