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मेरी प्यारी दादी-माँ / श्याम सुन्दर अग्रवाल

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मेरी प्यारी दादी-माँ,
सब से न्यारी दादी-माँ ।
बड़े प्यार से सुबह उठाए,
मुझको मेरी दादी-माँ ।

नहला कर कपड़े पहनाए,
खूब सजाए दादी-माँ ।
लेकर मेरा बैग स्कूल का,
संग-संग जाए दादी-माँ ।

आप न खाए मुझे खिलाए,
ऐसी प्यारी दादी-माँ ।
ताज़ा जूस, गिलास दूध का,
हर रोज़ पिलाए दादी-माँ ।

सुंदर कपड़े और खिलौने,
मुझे दिलाए दादी-माँ ।
बात सुनाए, गीत सुनाए,
रूठूँ तो मनाए दादी-माँ ।

यह करना है, वह नहीं करना,
मुझको समझाए दादी-माँ ।
लोरी देकर पास सुलाए,
ये मेरी प्यारी दादी-माँ ।।