भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

दशानन / नरेश मेहन

Kavita Kosh से
Dkspoet (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:26, 8 मई 2011 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=नरेश मेहन }} {{KKCatKavita}} <poem> सफल खलनायक आज हमारा नायक है…)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

सफल
खलनायक
आज हमारा
नायक है।
यही पैमाना हैं
आज सफलता का।

जो सफल है
वही सत्यनिष्ठ है
वही ईमानदार है।

सफल-सुप्रसिद्व लोग
आदर्शविहनीता के
बावजूद
पूजे जाते है।

अब आदर्शों की
सूची नहीं बनती
सिर्फ
सफल लोगों की
सूची बनती है।

इसलिए
अब राम नहीं
सभी दशानन बनना चाहते हैं।