भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

माँ / पेड़ का दुख / नरेश मेहन

Kavita Kosh से
Dkspoet (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 21:00, 8 मई 2011 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=नरेश मेहन |संग्रह=पेड़ का दुख / नरेश मेहन }} {{KKCatKavita}} <…)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मैंने जाना
पहली बार
मां का कष्ट।
मैंनें देखी
पहली बार
छलकती ममता।
जब
मेरी पत्नी
मां बनी
पहली बार।