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बारिश / पगडंडी पर पाँव / नरेश अग्रवाल
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कल सारी रात बारिश हुई
जैसे बादलों को मिला हो
सब कुछ साफ करने का काम
धूल, गन्दगी सब कुछ बहती रही
गाय- भैंस और पेड़
सब चमकने लगे
चमकने लगे रास्ते और घर
लेकिन नहीं थे जिनके पास घर
उनका क्या हुआ होगा?