भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

मकान / मंगलेश डबराल

Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 09:20, 27 जून 2007 का अवतरण (New page: {{KKGlobal}} रचनाकारः मंगलेश डबराल Category:कविताएँ Category:मंगलेश डबराल ~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

रचनाकारः मंगलेश डबराल

~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~


यह मकान सारा कुछ छिपाये हुए है

अपने अंधकार में औरत

औरत का स्वप्न

औरत का बच्चा

औरत की मौत ।


(रचनाकाल : 1975)