Neeraj Daiya(चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 05:19, 25 मई 2011 का अवतरण (नया पृष्ठ: <poem>बच्चे की हंसी में आप पा सकते हैं फिर से वह सब कुछ जो छीना रौंदा ज…)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
बच्चे की हंसी में
आप पा सकते हैं
फिर से वह सब कुछ
जो छीना रौंदा जा चुका हो आपका
आपको तो बस बचानी है बच्चे की हंसी