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जथारथ (1) / हरीश बी० शर्मा
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बाई रो जलमणो
पैला ..........
लिछमी रो पधारणो मानीजतो
आज
समै रो बदळाव
जथारथ जमानै रो
लिछमी नैं
पधरावणो है
बाई रो जलमणो !