भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
फरक / राजूराम बिजारणियां
Kavita Kosh से
Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 06:08, 29 अगस्त 2011 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=राजूराम बिजारणियां |संग्रह= }} [[Category:मूल राजस्थान…)
मुठ्ठी में
कस’र दाब्योङो
जीवण
छिणक में
सुरसुरा’र बण जावै रेत!
पानां री ओळ्यां में पळती प्रीत
जोङ’नै पानै सूं पानो
हरयो करद्यै हेत!
फरक कांई? देख.!
एकै कानी प्राण बिहुणा
दूजै कानी म्है’क.!!