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गोडसे अब भी याद है मुझे / नीलेश माथुर
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इतिहास में
बड़ा कमजोर हूँ मैं
हुमायूँ का बाप
और शाहज़हान का बेटा
याद नहीं मुझे,
मुझे तो याद है
बाबर की बर्बरता
और औरंगजेब की
साम्प्रदायिकता,
कभी कभी
याद आते हैं मुझे
बहादुर शाह ज़फर
और उनके शेर,
याद है मुझे
वो झूठे सूरमा
जो अंग्रेजों और मुग़लों के
तलवे चाटते थे,
याद है शहादत
भगत और आज़ाद की
सुभाष भी अक्सर
याद आते हैं मुझे,
भूल चुका हूँ मैं
रक्त रंजित इतिहास,
लेकिन हाँ....
गोडसे अब भी
याद है मुझे
जिसने एक युग का
अंत किया
सही या गलत
मैं नहीं जानता..............