भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
साल पुराने / रमेश तैलंग
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 02:40, 18 सितम्बर 2011 का अवतरण
हिन्दी शब्दों के अर्थ उपलब्ध हैं। शब्द पर डबल क्लिक करें। अन्य शब्दों पर कार्य जारी है।
साल पुराने जा रे जा
कपडे़ नये पहनकर आ।
झगड़ा-कुट्टी, माथा फुट्टी,
नये साल में सबकी छुट्टी,
रोनी-धोनी दूर भगा।
हँसी-हँसी फिर वापस ला।
बैर की बातें, झूठ की बातें,
टूट की बातें, फूट की बातें,
अब न हमको याद दिला।
हँसी-खुशी फिर मेल मिला।
साल पुराने जा रे जा।
कपडे़ नये पहनकर आ।