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कुछ है / राजेश चड्ढ़ा
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है कुछ ऐसा
जिसे-
मैं भी जानता हूं,
तुम भी जानाते हो।
कुछ ऐसा भी है
जिसे-
मैं भी नहीं जानता,
तुम भी नहीं जानते।
बहुत कुछ-
सिर्फ़ मैं जानता हूं,
तुम नहीं जानते।
है कुछ ऐसा भी
जिसे-
सिर्फ़ तुम जानते हो,
मैं नहीं जानता !
बेचैनी-
उसी से है।