भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
संगीत सुनें / निशान्त
Kavita Kosh से
Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 04:34, 7 अक्टूबर 2011 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=निशान्त |संग्रह= }} {{KKCatKavita}}<poem>संगीत सुनें आओ ! संगी…)
संगीत सुनें
आओ ! संगीत सुनें
चलती चक्की का
संगीत सुनें
झाडू का संगीत सुनें
बिलौने का संगीत सुनें
संगीत सुनें
धुलते कपड़ों की
थप ! थप ! का
कुत्तर करते
टोके की
कट ! कट ! का
खाती की
ठक! ठक! का
ऐंरण और हथौड़े का
सिल पर घिसती
रांपी का
जमीन काटते
फावड़े का
कपड़ा बुनती
खड्डी का
संगीत सुनें
आओ! संगीत सुनें!