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मत कर गीतां रो मोल भायला / सांवर दइया

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मत कर गीतां रो मोल भायला
पीड़ रा मोती अमोल भयला

उजास उडीकै हवा बुलावै
बंद पड़ी बारी खोल भयला

हरफ अमूजै होठां में तो सुण
तोड़ मून मीठो बोल भयला

औ प्रीत-धागो बंधै एक बार
गांव-गळी-घर मत डोल भायला

औ आभो देख पछै पंख देख
थारी ताकत तूं तोल भायला