भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
ताकतवर और कमज़ोर / राजा खुगशाल
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:15, 13 सितम्बर 2007 का अवतरण (New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=राजा खुगशाल |संग्रह=संवाद के सिलसिले में }} ताक़तवर ने ...)
ताक़तवर ने कमज़ोर से कहा--
'मेरे साथ आओ'
कमज़ोर
कमज़ोर के साथ गया
और ताक़तवर डरने लगा !