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लागी छूटे ना अब तो सनम / मजरूह सुल्तानपुरी

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ल \: लागी छूटे ना अब तो सनम
चाहे जाए जिया तेरी क़सम
लागी छूटे ना ...

र \: तुझको पुकारे बन के दीवाना ना माने रे जिया \-२
ल \: ओ जी हो
प्यार किया तो करके निभाना सुनो जी रसिया
र \: ओ प्यार किया तो प्यार किया तेरी क़सम
लागी छूटे ना ...

ल \: दूर हूँ फिर भी दिल के क़रीब निशाना है तेरा \-२
र \: सोच ले फिर से एक गरीब दीवाना है तेरा \-२
ल \: सोच लिया जी सोच लिया तेरी क़सम
र \: लागी छूटे ना ...

ल \: जब से लड़ी है तुझसे निग़ाहें तड़प रहा दिल \-२
र \: देख के चलना प्यार की राह बड़ी है मुश्किल
ल \: देख लिया जी देख लिया तेरी क़सम
लागी छूटे ना ...