भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

हिंदू विश्वविद्यालय / रामनरेश त्रिपाठी

Kavita Kosh से
Dkspoet (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 16:14, 9 दिसम्बर 2011 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रामनरेश त्रिपाठी |संग्रह=मानसी / र...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

जीवन का स्रोत है प्रभा से ओत-प्रोत यह,
परम पवित्र भारती की राजधानी है।
देश की स्वतंत्रता का बीज है उदीयमान,
हिंदू सभ्यता की एक परम निशानी है॥
ऋषि-मुनियों की महिमा का महाकेंद्र यह
जिसमें स्वतंत्रता की साधना समानी है।
भारत की भूमि पर हिंदू-विश्वद्यालय
मालवीयजी के देश-प्रेम की कहानी है॥