भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

पुरानी जगहें / बेई दाओ

Kavita Kosh से
Dkspoet (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:05, 27 मार्च 2012 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKAnooditRachna |रचनाकार=बेई दाओ |संग्रह= }} Category:चीनी भाषा ...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मुखपृष्ठ  » रचनाकारों की सूची  » रचनाकार: बेई दाओ  » पुरानी जगहें

मृत्यु हमेशा दूसरी तरफ़ बैठती है
पेंटिंग देखती हुई

अभी-अभी खिड़की पर
मैंने अपने बचपन का एक सूर्यास्त देखा
पुरानी जगहों की यात्रा फिर से करते हुए
मैं बेचैन हूं सच बता देने के लिए
लेकिन आसमान के सियाह हो जाने से पहले
कुछ और कहा जा सकता है क्या

एक प्याले में शब्द पीना
तुम्हें और ज़्यादा प्यासा बना देता है
मैं पृथ्वी को उद्धृत करने के लिए बारिश के पानियों में शामिल हो जाता हूं
और ख़ाली पहाड़ों में सुनता हूं
एक बांसुरीवादक के सुबकते हुए हृदय को

फ़रिश्ते चुंगी वसूल रहे हैं
पेंटिंग की दूसरी तरफ़ से लौटते हुए
उड़ते हुए उन कपालों से
सूर्यास्त के भीतर अपनी फ़ेहरिस्त से

अंग्रेजी भाषा से रूपांतरण : गीत चतुर्वेदी