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उर्दू लिपि के बहाने / नासिर अहमद सिकंदर

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‘अलिफ’ से
अल्लाह को पहचान
(भक्तिभाव)
‘बे’ से
बड़ों का कहना मान
(नीति वाक्य)
‘ते’ से
तोबा कर इंसान
(पश्चाताप)
‘से’ से
माफ करिये जनाब
‘बड़ी शीन’ से
शैतान को अपना
दुश्मन जान।
(विद्रोह)