भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
स्त्री-पुरूष (5) / कमलेश्वर साहू
Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:06, 26 अप्रैल 2012 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कमलेश्वर साहू |संग्रह=किताब से निक...' के साथ नया पन्ना बनाया)
स्त्री बोली
मेरी दुनिया में तुम्हारी जरूरत है
पुरूष ने कहा
मेरी कहानी में
तुम्हारी कोई जरूरत नहीं
स्त्री की दुनिया अधूरी है
पुरूष की कहानी !