Last modified on 1 जून 2012, at 13:32

कुछ काम और करने के / नंद चतुर्वेदी

आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:32, 1 जून 2012 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=नंद चतुर्वेदी |संग्रह=जहाँ एक उजाल...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)


कुछ काम और करने के हैं अभी
मसलन उस पुराने कोट का अस्तर
जो नीचे है उसे ऊपर कराना और
ऊपर वाले का नीचे

बाजार जाना है शाम को होने के पहले
जो बच गया है उसमें से चुनने
जो किसी ने नहीं लिया उसे लाना है घर तक
चुनने की जिन्दगी जब न बची हो
चुनने के लिए अजीब-अजीब वस्तुएँ हों
तब का रास्ता पार करना है
कठिन

जो लोग वहाँ खड़े हैं
उन से सलाह लेनी है आगे के रास्तों के लिए
सिर बचाने की नहीं, पैर बचाने की
चलने के लिए

उस चिट्ठी पर मैंने पता नहीं लिखा है
तब भी मुझे जल्दी है
मैं उसे चिन्ता करने वाले लोगों तक पहुँचा दूँ
समय से पहले

उस नदी के घाट फिर से देखने हैं
जहाँ अथाह पानी था
जब मैं डरता था और किसी ने धक्का दिया था

बहुत से काम करने हैं मुझे
वह घड़ी जिसका काँटा रूका है
उसे दिखाना है
जूता भी सिलाना है उस जगह से
जहाँ से अँगूठा बाहर आ जाता है
और ठोकर लगने का डर है।