Last modified on 4 जून 2012, at 12:53

पतन के सम्बन्ध में / नंद चतुर्वेदी

आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:53, 4 जून 2012 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=नंद चतुर्वेदी |संग्रह=जहाँ एक उजाल...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)


वे कुछ भी कहें
पतन के सम्बन्ध में
बताएँ जो बता सकते हैं
कारण
वे छोड़ दें पद, ओहदे
जब वे गिर चुके हों
कर चुके हों इकट्ठा धन
और लोग चकित हों
उनके पाखण्ड
उनकी आस्थाओं को लेकर

एक समय ऐसा आता है
देशवासियों !
जब लोग शपथ खाते लेते
देश को डुबा आते हैं
समुद्र में

आस्था, व्याख्या, कारण,
लालच और राजनीति
पछतावा और गप्पें
इस तरह भी पहचाना जाता है
समय और षड्यंत्र