Last modified on 17 जून 2012, at 21:29

एमन समाज कबे गो सृजन हबे / बांग्ला

Dr. ashok shukla (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 21:29, 17 जून 2012 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKLokRachna |रचनाकार=अज्ञात }} {{KKLokGeetBhaashaSoochi |भाषा=बांग्ला }} ...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

एमन समाज कबे गो सृजन हबे
ये दिन हिन्दु-मुसलमान बौद्ध-खृष्टान जाति-गोत्र नाहि रबे।
शोनाय लोभेर बुलि
नेबे ना केओ काँधेर झुलि,
इतर आतरफ बलि
दुरे ठेले ना देबे।।
आमिर फकीर हये एक ठाँइ
सबार पाओना पाबे सबाइ,
आशरफ बलिया रेहाइ,
भवे केओ येनाहि पाबे।।
धर्म-कुल-गोत्र-जातिर,
तुलबे ना गो जिगिर,
केंदे बले लालन फकिर
केबा देखाये देबे।