भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
ज़ेनिया एक-10 / एयूजेनिओ मोंताले
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 03:56, 22 जून 2012 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKAnooditRachna |रचनाकार=एयूजेनिओ मोंताले |संग्रह= }} {{KKCatKavit...' के साथ नया पन्ना बनाया)
|
"वह प्रार्थना करती थी"
"हाँ, सेंट एन्थनी की। सेंट हर्मीज़ के क्लोकरूम में
छतरियों तथा दूसरी खोई चीज़ों को
ढुँढ़ाने का ज़िम्मा उन्हीं का है ।"
"बस्स !"
"अपने मृत स्वजनों के लिए भी प्रार्थना करती थी,
और मेरे लिए भी ।"
"काफ़ी है"
—पुरोहित का उत्तर था
अँग्रेज़ी से अनुवाद : सुरेश सलिल