ग़रीब पर अत्याचार,
बलात्कार !
कहीं कोई आवाज़ नहीं
और अमीर पर हो जाएं
तो
सब एक जुट
चैनल्स की ओ.बी. वैन
जुट जायेंगी
छुट भइये नेताओं का
विरोध विज्ञप्तियों में
उतरने लगेगा
सहानुभूतियों के दौर से
ले कर बहस दर बहस
निष्कर्ष: शून्य
बलात्कारी किसी देश के
पर्यटन दौरे पर होगा
मीडिया ख़ामोश होगा
और वह
पीड़िता
जिएगी नारकीय जीवन
कहीं कोई सांत्वना
नहीं
महिला आयोगों की
दिलासाएं
इससे अधिक कुछ नहीं
पीड़ित स्त्री
उस पते की तरह है
जिस पते का
कोई मकान नहीं है
शब्दकोश में उस
शब्द की तरह है
जिसे तुरंत पलट दिया जाता
है
अख़बार पुराने हो गए
चैनल्स पर नई ख़बरें
नये चिंतन
नये सरोकार
बहस का मुद्दा नया
और
पीड़िता
पिछले वित्तीय वर्ष का
अध्याय हो गई ।