गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 29 अगस्त 2012, at 16:54
पत्थरों के शहर में-2 / संगीता गुप्ता
आशिष पुरोहित
(
चर्चा
|
योगदान
)
द्वारा परिवर्तित 16:54, 29 अगस्त 2012 का अवतरण
(
अंतर
)
← पुराना अवतरण
| वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
संगीता गुप्ता
»
प्रतिनाद
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
पत्थरों के शहर में
पत्थर को पिघलते देखा
आखि़र कब तक पत्थर
पत्थर रहता
प्रेम
उसे भी
जीवन देता है