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इससे पहले कि वो / पवन करण

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इससे पहले कि वो
मुझे क़त्ल कर दे

मैं उसे उन उड़ानों के बारे में
बतलाना चाहता हूँ
मेरे भीतर जिन्होंने
अपने ठिये बना रखे हैं

मैं उससे उन थकानों की
बात करना चाहता हूँ
जो मेरी छाँव में अपने
जिस्म बिछाए लेटी हैं
मैं उन यात्राओं को लेकर

उसके सामने अपनी चिंता
रखना चाहता हूँ
जिनकी राह में
मैं निशान की तरह लगा हूँ

मैं उसे उन साँसों से
मिलवाना चाहता हूँ
जिन्होंने अपनी ज़रूरतों में
मुझे बसा रखा है
वो धारदार निग़ाह

जो लगातार मेरा
पीछा कर रही है
चाहता हूँ कुछ देर
मेरे पास आकर बैठे