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रात / पवन कुमार

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वक्त के मेले में
जब भी रात घूमने निकलती है
न जाने क्यूँ
हर बार
अपने कुछ बेटों को
जिन्हें ‘लम्हा’ कहते हैं
छोड़ आती है।
ये गुमशुदा लम्हे
हर रात
अपनी माँ की तलाश
में जुगनू की शक्ल
इख़्तियार करके
भटकते रहते हैं,
मचलते रहते हैं।