भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
नाम / नीरज दइया
Kavita Kosh से
Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 06:02, 16 मई 2013 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=नीरज दइया |संग्रह=उचटी हुई नींद / ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
क्या कविता होती है
किसी कवि के नाम में
या कविता रहती है
अपने पाठ में?
मेरी कविता में
आते हैं कुछ शब्द
शब्दों का पीछा करते हैं
कुछ शब्द
बनते हैं कुछ चित्र
जो दिखाते हैं कुछ दृश्य
किसी कविता में
काव्यात्मक नहीं होता
कवि का नाम!