Last modified on 21 अक्टूबर 2007, at 01:07

बीसवीं शताब्दी का इतिहास (दो) / अनिल जनविजय

77.41.24.214 (चर्चा) द्वारा परिवर्तित 01:07, 21 अक्टूबर 2007 का अवतरण (New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अनिल जनविजय |संग्रह=माँ, बापू कब आएंगे }} युद्ध से बचने ...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

युद्ध

से बचने के लिए

युद्ध करती रही

यह दुनिया


और

एक पूरी शताब्दी लड़ती रही

यह दुनिया