भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
धूप का रंग / ओएनवी कुरुप
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:29, 26 सितम्बर 2013 का अवतरण ('{{KKGlobal}}{{KKRachna |रचनाकार=ओएनवी कुरुप |अनुवादक=अनिल जनविजय |...' के साथ नया पन्ना बनाया)
धूप का रंग कैसा होता है ?
बच्चे ने पूछा
हरा होता है
कहा उसके पिता ने
तुम्हें कैसे पता?
बच्चे ने सन्देह व्यक्त किया ।
पिता ने दिखाया आम का पेड़
और कहा
यह खिली हुई नर्म मुलायम पत्तियाँ
धूप का रंग पीती हैं और हो जाती हैं हरी
इसलिए धूप का रंग भी हरा होता है ।
नहीं, पीला होता है धूप का रंग
उसकी माँ ने कहा।
उसने दिखाया उसे आमों का गुच्छा
पेड़ से लटका हुआ और कहा
इन नर्म हरे आमों को देखो
जो धूप की किरणों को पीकर
पके पीले रंग में बदल जाते हैं, सोने के रंग में ।
बच्चे ने सोचा
ठीक कह रहे हैं ये दोनों
लेकिन यह पूरा सच नहीं है
फिर उसने देखा
कैसे फ़र्श पर गिरे शीशे के टुकड़े से
झलक रहे हैं धूप के सात रंग
जैसे इन्द्रधनुष !