Last modified on 16 अक्टूबर 2013, at 21:27

सींव रो डर / राजूराम बिजारणियां

आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 21:27, 16 अक्टूबर 2013 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=राजूराम बिजारणियां |संग्रह=चाल भ...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

छोरी
घेर ल्याई
अेकोअेक बकरयां
सींव में पण
उळझग्यो मन!

पांखीज्या सुपना
भरी उडार
जावणो चावै पार
सींव रै।

सींव..
तण‘परी
दिखावै डर
छोरी मुड़लै
पाछी घर.!