भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
दूध / श्याम महर्षि
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 18:15, 17 अक्टूबर 2013 का अवतरण
दूध
गांव सूं
बह‘र
शहर कांनी व्हीर
हुयग्यो,
दूध-
हुयग्यो है
गांव री दवाई
इंजेक्शन
अर आपरेशन
दूध
चाय, काफी, मक्खन, पनीर
छाछ, दही अर घी
बण‘र
शहर कानी ढूकग्यो
गांव मांय
रैयग्यो गोबर नीरो गोबर
दूध सूं
मुलाय रैयो
गांव
रोटी-कपड़ा अर मकान,
दूध हुयग्यो है
उण री
लाठी छतरी अर
ब्यौपार।