Last modified on 23 अक्टूबर 2013, at 16:37

लहरिया हमरो उठेला एराम / महेन्द्र मिश्र

Mani Gupta (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 16:37, 23 अक्टूबर 2013 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=महेन्द्र मिश्र |अनुवादक= |संग्रह...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

लहरिया हमरो उठेला एराम।
कहिया दू जागी भाग रोजे उचरेला काग
ऊधो बाबा ले अइलें खबरिया। जहरिया।
मदन करेला जोर जागते होखेला भोर
एही दुख में बीतेला उमिरिया। लहरिया।
द्वारिकापुरी में जाई, कान्हा भइलें जदुराई
रोज रोज देखीले डगरिया। लहरिया।
कहते महेन्दर गाई दरसन दे दऽ आई
आँख खोली देखीं भर नजरिया। लहरिया।